पेट्रोल पम्प द्वारा ग्राहक की जेब पर डाका : 50 लीटर का दाम, जांच में निकला सिर्फ 44 लीटर पेट्रोल”
(सईद पठान की रिपोर्ट)
संतकबीरनगर। जिले के खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मनियरा स्थित पेट्रोल पंप एक बार फिर चर्चा में है। यहां पेट्रोल भरवाने आए एक ग्राहक ने कार की टंकी को फुल करने को कहा, पेट्रोल 49.700 लीटर पेट्रोल के पैसे देने पड़े, लेकिन संदेह होने पर जांच में सामने आया कि उसकी गाड़ी में मात्र 44 लीटर ही पेट्रोल डाला गया। यानी ग्राहक से सीधे तौर पर 5.7 लीटर पेट्रोल की ठगी कर ली गई।
बाट-माप विभाग की कार्रवाई
मामले की शिकायत पर पहुंची बाट-माप विभाग की टीम ने जांच की और पंप के नाजिल को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। विभागीय अधिकारियों ने पुष्टि की कि ग्राहकों के साथ घटतौली का खेल चल रहा था। लेकिन खबर लिखे जाने तक पेट्रोल पम्प संचालक की तरफ से मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली हैं।
पुराना इतिहास भी संदिग्ध
यह वही पेट्रोल पंप है, जिसका नाम पहले भी घटतौली के मामलों में आ चुका है। विगत वर्षों में यहां इसी तरह का मामला पकड़ा गया था, लेकिन उस वक्त माननीयों के हस्तक्षेप से सुलह-समझौते के जरिए मामला दबा दिया गया था।
जिम्मेदारों की भूमिका पर सवाल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि बाट माप विभाग के आधिकारी की मिलीभगत के बिना इस तरह की अनियमितता संभव नहीं है। चूंकि ये अधिकारी ही पेट्रोल पंपों की जांच और निगरानी के लिए जिम्मेदार होते हैं, लेकिन आज की घटना के संबंध में अधिकारी अपना पल्ला झाड़ लिए, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या इस मामले को भी एक बार फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा?
बड़ा सवाल : क्या होगी सख्त कार्रवाई?
ग्राहकों के साथ खुलेआम की जा रही ठगी अब बड़ा मुद्दा बन गई है। सवाल यह है कि क्या जिला प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगा या फिर प्रभावशाली लोगों के दबाव में संचालक को बचा लिया जाएगा।
व्यापक जांच की मांग
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक पेट्रोल पंप तक सीमित नहीं है। संभव है कि जिले के अन्य पेट्रोल पंपों पर भी इसी तरह घटतौली की जा रही हो। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि पूरे जिले के पेट्रोल पंपों की जांच कराए, ताकि ग्राहकों को ठगे जाने से बचाया जा सके।
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