स्वतंत्रता दिवस पर नगर पंचायत मगहर में देशभक्ति का अद्वितीय जश्न
(सईद पठान की रिपोर्ट)
मगहर, संतकबीरनगर। आजादी का पर्व, जो हमारे पूर्वजों की कुर्बानियों और बलिदानों की अमर गाथा सुनाता है, नगर पंचायत कार्यालय मगहर में पूरे उल्लास और देशभक्ति के जज्बे के साथ मनाया गया। नगर चेयरपर्सन अनवरी बेगम ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जैसे ही तिरंगा आसमान में लहराया, उपस्थित जनसमूह की आंखें गर्व से चमक उठीं और हवा में “वंदे मातरम्” तथा “भारत माता की जय” के नारों की गूंज गूंजने लगी।
इस अवसर पर अधिशाषी अधिकारी वैभव सिंह, सभी सम्मानित सभासदगण, वरिष्ठ लिपिक संजय कुमार दुबे, नगर की सम्मानित जनता और सभी कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का माहौल ऐसा था मानो पूरा नगर एक सूत्र में बंध गया हो—जाति, धर्म और भाषा से परे, केवल एक पहचान के साथ—भारतीय।
देशभक्ति और एकता का संदेश
चेयरपर्सन अनवरी बेगम ने अपने संबोधन में कहा कि यह दिन हमें उन अनगिनत वीर सपूतों की याद दिलाता है, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर हमें यह अमूल्य आजादी दिलाई। आज हमारा कर्तव्य है कि हम उनके सपनों का भारत बनाने के लिए ईमानदारी, भाईचारे और समर्पण के साथ काम करें। उन्होंने नगर के विकास के साथ-साथ स्वच्छता, शिक्षा और आपसी एकजुटता को स्वतंत्रता की सच्ची कसौटी बताया।
अधिशाषी अधिकारी वैभव सिंह ने भी कहा कि स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि यह आत्मचिंतन का अवसर है। हमें सोचना होगा कि आजादी के बाद हमने कितनी प्रगति की और आगे किन चुनौतियों को मिलकर पार करना है।
भावनाओं से सराबोर माहौल
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित बच्चों और युवाओं के चेहरों पर भविष्य के भारत का सपना झलक रहा था। बुजुर्गों की आंखों में गर्व के साथ-साथ उन दिनों की स्मृतियां ताजा हो गईं, जब तिरंगे के नीचे खड़े होना ही एक सपना था। ध्वजारोहण के बाद सभी ने राष्ट्रगान गाकर देश के प्रति अपनी निष्ठा का संकल्प दोहराया।
विश्लेषण
मगहर में आज का यह आयोजन सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह इस बात का प्रमाण था कि स्वतंत्रता दिवस हमारे दिलों में आज भी उसी जोश और भावना के साथ धड़कता है, जैसे 1947 में धड़का था। तिरंगे की शान में लहराते जज्बे ने एक बार फिर साबित कर दिया कि देशभक्ति केवल शब्द नहीं—बल्कि यह हमारी पहचान, हमारी जिम्मेदारी और हमारे अस्तित्व की आत्मा है।
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