थाना समाधान दिवस पर डीएम और एसपी ने सुनी जनता की समस्याएँ, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
(सईद पठान की रिपोर्ट)
संतकबीरनगर। शासन की मंशा के अनुरूप जिले में थाना समाधान दिवस का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है ताकि जनता की समस्याओं का निस्तारण थाने के स्तर पर ही किया जा सके। इसी क्रम में शनिवार को जिलाधिकारी आलोक कुमार और पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीणा संयुक्त रूप से थाना दुधारा पहुँचे और मौके पर मौजूद फरियादियों की समस्याएँ सुनीं।
थाना परिसर में आयोजित इस समाधान दिवस में बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी-अपनी शिकायतें लेकर पहुँचे। भूमि विवाद, राजस्व संबंधी मामलों, आपसी झगड़े, पारिवारिक विवाद और पुलिस से जुड़े प्रकरणों पर अधिकारियों ने गंभीरता से सुनवाई की। जिलाधिकारी ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया कि लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित करें। वहीं पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष और अन्य पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की शिकायतों पर संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दोनों शीर्ष अधिकारियों ने स्पष्ट संदेश दिया कि थाना समाधान दिवस केवल औपचारिकता न रह जाए बल्कि वास्तव में यह ग्रामीण जनता के लिए न्याय और राहत का मंच साबित हो। इस दौरान कई मामलों का निस्तारण मौके पर ही कराया गया, जबकि शेष मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के लिए सम्बन्धित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण
थाना समाधान दिवस शासन की उस मंशा का प्रतीक है जिसमें जनता की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान थाने और ब्लॉक स्तर पर ही किया जा सके। अधिकारियों की सीधी मौजूदगी न केवल जनता में विश्वास जगाती है बल्कि प्रशासन और पुलिस की जवाबदेही भी सुनिश्चित करती है।
जनता की शिकायतें सुनने और उनके समाधान की ठोस पहल करना गुड गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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